वैलेंटाइन डे पर प्यार का पर्याय बनेगा ये नया गाना…
वैलेंटाइन डे जब दुनिया को प्यार के रंगों से भर देता है तो सभी कपलइसके रंग में रंगजाते हैं। आप जहां भी देखेंगे, आपको लाल रंग की थीम और ‘दिलों’ वाला डेकोरेशन दिखाई देगा; चाहे वह गिफ्ट शॉप हो, होटल या रेस्तरां हो, या फिर शॉपिंग मॉल हो; यह थीम लोगों के कपड़ों और पहनावे से लेकर उनके प्रोफाइल पिक्चर्स और स्टेटस तक, हर जगह प्रचलित होती है। इस त्योहार में लोग गिफ्ट देने के लिए चॉकलेट, टेडी बियर, गुलदस्ते जैसी चीजों की तलाश में रहते हैं और हर रोज उन्हें शेर करने के लिए रोमेंटिक लव सॉन्ग की जरूरत रहती है।
सालों से चले आ रहे उन रोमांटिक हिट्स के साथ-साथ लोग नए गानों की भी उम्मीद करते हैं। क्रुप म्यूजिक और गिव वाचा का यह नया गाना ‘ना हुए जुदा’ अपने लिरिक्सऔर सूथिंगम्यूजिकके ज़रिएलोगों के दिलों पर अपना जादू चलाएगा।
गिव वाचा फाउंडेशन और गुजरात की जानी-मानी रिकॉर्ड लेबल कंपनी क्रुप म्यूजिक द्वारा लॉन्च किया जाने वाला एल्बम ‘द कृप’ का यह पहला सॉन्ग गाना, स्पॉटिफाई, विंक, जियो सावन जैसे लगभग 200 म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर 10 February को लॉन्च होने वाला है ख़ास तौर पर वैलेंटाइन डे के लिए। ब्रांडिंग का संचालन गुजरात के जानी मानी PR सर्विस देने वाली कंपनी Esy ID द्वारा किया जाएगा।
गिव वाचा वर्षों से ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की थीम के साथ वैलेंटाइन डे मना रहा है, जिसका उद्देश्य विभिन्न अच्छे कर्म करना और प्रतीकात्मक रूप से ‘राधा कृष्ण’ के प्रेम का उत्सव मनाना है। नौ साल पहले, गिव वाचा और क्रुप म्यूजिक द्वारा वेलेंटाइन डे पर एल्बम “क्या है कानो” लॉन्च किया गया था। यह इनोवेटिव कॉन्सेप्ट लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है। इस साल संस्था इस प्रोजेक्ट के तहत ‘ना हुए जुदा’ गाना रिलीज करेगी।
इस गीत के गीतकार, निर्माता और निर्देशक डॉ. कृपेश ने एक इंटरव्यूके दौरान कहा है कि “हमारे सनातन धर्म ने हमेशा प्रेम को एक सांसारिक वस्तु के रूप में नहीं बल्कि एक दिव्य तत्वके रूप में प्रस्तुत किया है जिसे ‘राधा-कृष्ण’ और राम सीता की गाथा में देखा जा सकता है। ‘ना हुए जुदा’ गीत आज की युवा पीढ़ी को प्रेम के भौतिक और सांसारिक दृष्टिकोण से आध्यात्मिक दृष्टिकोण समझाने और राधा-कृष्ण के प्रेम को व्यक्त करने के लिए लिखा गया है। क्योंकि द्वारिका गमन के बाद भले ही कृष्ण और राधा एक साथ नहीं हो पाए, लेकिन उनके अटूट और दिव्य प्रेम के कारण वे आज भी अलग नहीं हुए हैं! उनके नाम आज भी एक साथ लिए जाते हैं। यह उनका गाना है, उनके लिए बनाया गया है और उन्हें समर्पित है।
इस गीत के माध्यम से राधा और कृष्ण के प्रेम और भक्ति को एक नए रूप में देखा जाएगा। यह गाना एल्बम ‘द क्रुप’ के सात गानों में से एक है। इस एल्बम के लॉन्च के साथ, एक नया पॉप म्यूजिक बैंड ‘द क्रुप’ म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी यात्रा शुरू करेगा। इसके अलावा, यह भी जानने मेंआया है कि यह हिंदी गीत विशेष रूप से गुजरात और कच्छ के लोगों के लिए गुजराती और कच्छी भाषामें भी बनाया जाएगा।